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भारतीय इतिहास हड़प्पा सभ्यता

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Bhartiya Itihas Harappa Sabhyata

 

Bhartiya Itihas Hadappa Sabhyata ( भारतीय इतिहास हड़प्पा सभ्यता )हड़प्पा सभ्यता (Hadappa Sabhyata) को तीन नामों से भी जाना जाता है – सिंधु सभ्यता, सिंधु घाटी सभ्यता और हड़प्पा सभ्यता । हड़प्पा के टीलों की ओर सर्वप्रथम 1826 ईस्वी में चार्ल्स मैसन ने पता लगाया । सर्वप्रथम इस सभ्यता का उत्खनन हड़प्पा नामक स्थान पर 1921 में हुआ । सर्वप्रथम 1921 में सर जॉन मार्शल के निर्देशन मे राय बहादुर दयाराम साहनी ने मोण्टगोमरी जिले मे रावी नदी के तट पर हुआ। सर जॉन मार्शल ने इसे सर्वप्रथम सिंधु सभ्यता का नाम दिया । रेडियो कार्बन 14 के आधार पर डी पी अग्रवाल द्वारा हड़प्पा सभ्यता की तिथि 2300 ई पू से 1750 ई पू मानी गयी है । हड़प्पा सभ्यता का भारत मे सर्वाधिक उत्तरी छोर मांडा ( जम्मू की चेनाब नदी के तट पर ) तथा दक्षिणी छोर देमाबाद ( अहमदनगर, महाराष्ट्र ) है । सर्वाधिक पश्चिमी छोर सुत्कागेंडोर ( बलूचिस्तान ) ओर पूर्वी छोर आलमगीरपुर है।
सभी प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे – UGC NET, SET, UPSC, RPSC RAS, Railway, Bank, SSC CGL, SSC 10+2, SSC CPO SI, SSC GD, स्कूल व्याख्याता, द्वितीय श्रेणी अध्यापक, REET / RTET, CTET, DSSSB, KVS, NVS, HTET, UPTET, पटवार, ग्रामसेवक, पुलिस एवं अन्य सभी परीक्षाओं के लिए बेहद उपयोगी एवं महत्वपूर्ण है। 

हड़प्पा सभ्यता के सम्पूर्ण हस्तलिखित नोट्स की 2 पीडीएफ का लिंक नीचे दिया गया है।

  • परिचय
  • मुख्य स्थल
  • अवशेष
  • नगरो की अवस्थिति
  • राजनीतिक व्यवस्था
  • विस्तार

Download PDF हड़प्पा सभ्यता : Click HereDownload PDF सिंधु सभ्यता : Click Here

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