National Shilp Guru Award 2022
केंद्रीय वस्त्र मंत्रालय कल सोमवार, 28 नवंबर, 2022 को वर्ष 2017, 2018 और 2019 के लिए उत्कृष्ट शिल्पकारों को शिल्प गुरु और राष्ट्रीय पुरस्कारों National Shilp Guru Award 2022 का आयोजन किया गया । उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ पुरस्कार समारोह के मुख्य अतिथि होंगे। केंद्रीय वस्त्र, उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण तथा वाणिज्य और उद्योग मंत्री श्री पीयूष गोयल समारोह की अध्यक्षता करेंगे। रेल और वस्त्र राज्य मंत्री श्रीमती दर्शना विक्रम जरदोश इस कार्यक्रम की सम्मानित अतिथि होंगी।
हस्तशिल्प विकास आयुक्त का कार्यालय वर्ष 1965 से मास्टर शिल्पकारों के लिए राष्ट्रीय पुरस्कारों की योजना को लागू कर रहा है और 2002 में शिल्प गुरु पुरस्कारों की शुरुआत की गई थी। ये पुरस्कार हर वर्ष हस्तशिल्प के प्रसिद्ध उस्ताद शिल्पकारों को प्रदान किए जाते हैं जिनके काम और समर्पण ने न केवल देश की समृद्ध और विविध शिल्प विरासत के संरक्षण के लिए बल्कि समग्र रूप से हस्तशिल्प क्षेत्र के पुनरुत्थान के लिए भी योगदान दिया है। इसका मुख्य उद्देश्य हस्तशिल्प क्षेत्र में उत्कृष्ट शिल्पकारों को पहचान देना है। पुरस्कार विजेता देश के लगभग सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के साथ-साथ विभिन्न स्थानों की विभिन्न शिल्प शैलियों का प्रतिनिधित्व करते हैं।
Shilp Guru and National Awards 2022
उल्लेखनीय है कि उक्त सम्मान समारोह में वर्ष 2017, 2018 एवं 2019 के लिए देशभर से नामित किए गये हस्तशिल्प से जुड़े विभिन्न क्षेत्रों के 30 हस्तशिल्पियों को ‘‘शिल्प गुरू पुरस्कार‘‘ एवं 78 हस्तशिल्पियों को राष्ट्रीय हस्तशिल्प पुरस्कार से सम्मानित किया गया। यह ग्रामीण और अर्ध शहरी क्षेत्रों में शिल्पकारों के एक बड़े वर्ग को रोजगार प्रदान करता है और अपनी सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करते हुए देश के लिए पर्याप्त विदेशी मुद्रा का भी सर्जन करता है। हस्तशिल्प क्षेत्र रोजगार सृजन और निर्यात में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है।
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने आज नई दिल्ली में एक समारोह में 2017, 2018 और 2019 के शिल्पकारों को शिल्प गुरु और राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान किए। ये पुरस्कार हर साल हस्तशिल्प के महान उस्ताद शिल्पकारों को प्रदान किए जाते हैं जिनके काम ने देश की समृद्ध और विविध शिल्प विरासत के संरक्षण में योगदान दिया है। पुरस्कार का मुख्य उद्देश्य हस्तशिल्प क्षेत्र में उत्कृष्ट शिल्पकारों को मान्यता देना है। पुरस्कार विजेता देश के लगभग सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के साथ-साथ विभिन्न स्थानों की विभिन्न शिल्प शैलियों का प्रतिनिधित्व करते हैं।
National Shilp Guru Award 2022
इस अवसर पर बोलते हुए, उपराष्ट्रपति ने कलाकारों को बधाई देते हुए कहा कि वे देश के सांस्कृतिक राजदूत हैं जिनकी कलाकृतियाँ भारत की सांस्कृतिक गहराई को दर्शाती हैं। उन्होंने कहा, अपनी रचनात्मकता के कारण भारतीय हस्तशिल्प की दुनिया में अधिक मांग है। इस अवसर पर केंद्रीय कपड़ा मंत्री पीयूष गोयल ने कहा, भारत दुनिया के प्रमुख हस्तकला केंद्रों में से एक है और इसका हस्तशिल्प निर्यात लगातार बढ़ रहा है। उन्होंने यह भी कहा, हस्तशिल्प ग्रामीण क्षेत्रों में लाखों लोगों को आजीविका प्रदान करता है और वंचितों को सशक्त बनाने का माध्यम भी बनता है।
नई दिल्ली के विज्ञान भवन में सोमवार को आयोजित भव्य ‘‘शिल्प गुरू राष्ट्रीय पुरस्कार‘‘ सम्मान समारोह में राजस्थान के पाँच सिद्धहस्त हस्तशिल्प कलाकारों को शिल्प गुरू पुरस्कार एवं चौदह श्रेष्ठ हस्तशिल्पियों को हस्तशिल्प के राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया। उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनकड़ और केन्द्रीय मंत्री श्री पीयूष गोयल ने सम्मान समारोह में शिल्प गुरू पुरस्कार विजेताओं को सम्मान स्वरूप सोने का सिक्का, 2 लाख रुपए की राशी, ताम्रपत्र, शॉल और प्रमाण पत्र प्रदान किया साथ ही हस्तशिल्प राष्ट्रीय पुरस्कार गृहण करने वाले विजेताओं को 1 लाख रुपए की राशी, ताम्रपत्र एवं प्रमाण पत्र प्रदान किया।
Shilp Guru Award 2022
शिल्प गुरु पुरस्कार उत्कृष्ट शिल्प कौशल, उत्पाद उत्कृष्टता और पारंपरिक विरासत के एक महत्वपूर्ण हिस्से के रूप में अन्य प्रशिक्षु कारीगरों को शिल्प की निरंतरता में उनके द्वारा निभाई गई भूमिका के लिए प्रसिद्ध मास्टर शिल्पकारों को दिए जाते हैं। पुरस्कार 2002 में भारत में हस्तशिल्प के पुनरुत्थान की स्वर्ण जयंती मनाने के लिए शुरू किए गए थे। पुरस्कार में एक सोने का सिक्का, 2.00 लाख की पुरस्कार राशि, एक ताम्रपत्र, एक शॉल और एक प्रमाण पत्र शामिल है।
National Shilp Award 2022
विभिन्न शिल्प श्रेणियों में उत्कृष्ट शिल्प कौशल के लिए 1965 से राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान किए जा रहे हैं। जिन मुख्य शिल्पों के लिए पुरस्कार दिए गए हैं उनमें मेटल एनग्रेविंग, चिकन हैंड एम्ब्रायडरी, खुर्जा ब्लू पॉटरी, माता नी पछेड़ी कलमकारी, बांधनी, टाई एंड डाई, हैंड ब्लॉक बाग प्रिंट, वारली आर्ट, स्टोन डस्ट पेंटिंग, सोजनी हैंड एम्ब्रायडरी, टेराकोटा शामिल हैं। , तंजौर पेंटिंग, शोलापीठ, कांथा हैंड एम्ब्रायडरी, पाम लीफ एनग्रेविंग, वुड पर ब्रास वायर इनले, वुड तारकाशी, मधुबनी पेंटिंग, गोल्ड लीफ पेंटिंग, स्ट्रॉ क्राफ्ट आदि। पुरस्कार में 1.00 लाख की पुरस्कार राशि, एक ताम्रपत्र, एक शाल और प्रमाण पत्र शामिल हैं।
Rajasthan Shilp Guru Award List 2022
वर्ष 2002 में शुरू किये गये शिल्प गुरू पुरस्कार ऎसे सर्वश्रेष्ठ सिद्धहस्त हस्तशिल्पियों को दिया जाता है जिन्होंने हस्तशिल्प के क्षेत्र में गुरू की भूमिका निभाते हुए संबंधित कला को आगे बढ़ाने के लिए बेहतरीन कार्य किया हो। वर्ष 2017, 2018 एवं 2019 के लिए नामित हस्तशिल्प पुस्कार विजेताओं में राजस्थान के श्री विनोद कुमार जांगिड़ को वर्ष 2017 के लिए चंदन की लकड़ी पर बहतरीन कारीगरी के लिए, श्री मोहन लाल सोनी को वर्ष 2017 के लिए मिनिएचर पेंटिंग के लिए, श्री मोहन लाल शर्मा को वर्ष 2019 के लिए ब्रास वायर से शीशम की लकड़ी पर तारकशी के लिए, श्री आशाराम मेघवाल को 2019 और श्री गोपाल प्रसाद शर्मा को वर्ष 2018 के लिए मिनिएचर पेंटिंग में सर्वश्रेष्ठ कार्याे के लिए शिल्प गुरू पुरस्कारों से सम्मानित किया।
हस्तशिल्पी का नाम | क्षेत्र |
श्री विनोद कुमार जांगिड़ (वर्ष 2017) | चंदन की लकड़ी पर बहतरीन कारीगरी |
श्री मोहन लाल सोनी (वर्ष 2017) | मिनिएचर पेंटिंग |
श्री गोपाल प्रसाद शर्मा (वर्ष 2018) | मिनिएचर पेंटिंग |
श्री मोहन लाल शर्मा (वर्ष 2019) | ब्रास वायर से शीशम की लकड़ी पर तारकशी |
श्री आशाराम मेघवाल (वर्ष 2019) | मिनिएचर पेंटिंग |
Rajasthan National Shilp Award List 2022
सम्मान समारोह के दौरान हस्तशिल्प के क्षेत्र में बेहतरीन कार्यों हेतु राष्ट्रीय हस्तशिल्प पुरस्कार प्राप्त करने वाले राजस्थान के चौदह सिद्धहस्त शिल्पकार भी शामिल है, जिनमें श्री सूनील सोनी (2017) थेवा कला, श्री शोकत अली (2017) उत्सा कला, श्री कमलेश शर्मा (2017) लकड़ी पर तारकशी, श्री ओमप्रकाश जॉगिड़ (2018) चंदन की लकड़ी पर कारीगरी, श्रीमती सुनीता शर्मा (2018) पैपर कटिंग कला, श्रीमती प्रेमदेवी सोनावा (2018) हेंड़ ब्लॉक पेंटिंग, श्री गुलाब सिंह (2019) सिल्वर मीनाकारी, श्री मोहम्मद शरीफ (2019) टाई एवं डाई कला, श्री कमल किशोर सोनी (2019) बोन कर्विग, श्रीमती श्यामलता गहलोत (2019) कोफ्तगिरी कला, श्री द्वारका प्रसाद सुधार (2019) लकड़ी की कारीगरी, श्री दिनेश कुमार सोनी (2019) वर्क पेंटिंग तथा सुश्री नेहा भाटिया और श्री धर्मेन्द सिंह भल्ला (2019) को कुंदल जड़ाई मीनाकारी के श्रेष्ठ कार्यों के लिए ‘राष्ट्रीय हस्तशिल्प‘ पुरस्कारों से सम्मानित किया गया।
हस्तशिल्पी का नाम | क्षेत्र |
श्री सूनील सोनी (2017) | थेवा कला |
श्री शोकत अली (2017) | उत्सा कला |
श्री कमलेश शर्मा (2017) | लकड़ी पर तारकशी |
श्री ओमप्रकाश जॉगिड़ (2018) | चंदन की लकड़ी पर कारीगरी |
श्रीमती सुनीता शर्मा (2018) | पैपर कटिंग कला |
श्रीमती प्रेमदेवी सोनावा (2018) | हेंड़ ब्लॉक पेंटिंग |
श्री गुलाब सिंह (2019) | सिल्वर मीनाकारी |
श्री मोहम्मद शरीफ (2019) | टाई एवं डाई कला |
श्री कमल किशोर सोनी (2019) | बोन कर्विग |
श्रीमती श्यामलता गहलोत (2019) | कोफ्तगिरी कला |
श्री द्वारका प्रसाद सुधार (2019) | लकड़ी की कारीगरी |
श्री दिनेश कुमार सोनी (2019) | वर्क पेंटिंग |
सुश्री नेहा भाटिया (2019) | कुंदल जड़ाई मीनाकारी |
श्री धर्मेन्द सिंह भल्ला (2019) | कुंदल जड़ाई मीनाकारी |
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