REET Teacher Exam 2022 Agency RSMSSB
शिक्षक भर्ती का जिम्मा कर्मचारी चयन बोर्ड को (REET Teacher Exam 2022 Agency RSMSSB) : हाल ही में राजस्थान सरकार के द्वारा REET Recruitment 2021 के Level 2 की परीक्षा तो रद्द कर दी गई हैं l परंतु उम्मीदवारों का यह कहना है कि सरकार के द्वारा इस भर्ती की एजेंसी की घोषणा नहीं की गई हैं। वैसे तो तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती पिछले कई सालों से लगातार विवादों में है, लेकिन फिर भी अभी तक तृतीय श्रेणी भर्ती का स्थाई पैटर्न तथा परीक्षा एजेंसी तय नहीं हो सकी हैं।
प्रदेश में 20 साल से लगातार विवादों में रहने के बाद भी तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती (REET Teacher Exam 2022) का स्थायी पैटर्न और परीक्षा एजेंसी तय नहीं हो सकी है। हालत यह है कि भाजपा व कांग्रेस ने अपने-अपने राज में खुद के पुराने पैटर्न को भी बदल दिया। स्थायी परीक्षा एजेंसी नहीं होने से विवाद कम होने की बजाय लगातार बढ़ते जा रहे हैं। इसका खामियाजा प्रदेश के 16 लाख से अधिक बीएड व बीएसटीसी डिग्रीधारियों को भुगतना पड़ रहा है।
रीट परीक्षा रद्द होने के बाद अब सरकार ने रीट द्वितीय लेवल के लिए दो परीक्षाओं को चयन का आधार बनाने की घोषणा की है। ग्रेड-पे के हिसाब से राजस्थान लोक सेवा आयोग को इस परीक्षा का जिम्मा मिलना मुश्किल है। ऐसे में कर्मचारी चयन बोर्ड को रीट के बाद होने वाली परीक्षा का जिम्मा मिलने की संभावना है। शिक्षक पात्रता परीक्षा की वजह से राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के विवादों में आने के बाद से परीक्षा एजेंसी के निर्धारण को लेकर जल्द उच्च स्तरीय समिति की बैठक होगी।
REET Teacher Exam 2022 Agency RSMSSB : इसलिए कमर्चारी चयन बोर्ड को मिल सकता है जिम्मा
शिक्षक भर्ती कराने की जिम्मेदारी कर्मचारी चयन बोर्ड को दिए जाने की संभावना सबसे ज्यादा है। क्योंकि राजस्थान लोक सेवा आयोग के पास पहले से ही अन्य भर्तियों की जिम्मेदारी है। वहीं प्रदेश में कर्मचारी चयन बोर्ड का गठन होने के बाद पीटीआइ, एलडीसी, कनिष्ठ अभियंता, महिला पर्यवेक्षक आदि 3600 ग्रेड पे की भर्ती परीक्षाओं का जिम्मा दिया गया है। तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती (REET Teacher Exam 2022) के ग्रेड-पे के आधार पर भी यह परीक्षा चयन बोर्ड के हिस्से में आती है। जिला परिषदों के जरिए भी दूसरी परीक्षा का आयोजन होने की संभावना कम है। पिछली गहलोत सरकार के समय यह प्रयोग किया था। उस समय काफी विवाद हुए थे।
RPSC को नहीं मिल सकता , शिक्षक भर्ती करवाने की जिम्मेदारी
- REET Level 2 की परीक्षा रद्द हो जाने के बाद अब सरकार ने यह कहा हैं कि , उम्मीदवारों को चयनित होने के लिए दो परीक्षाओं से होकर गुजरना होगा। इसीलिए ऐसा कहा जा रहा है कि Grade Pay के अनुसार तो Rajasthan Public Service Commission को शिक्षक भर्ती की जिम्मेदारी मिलना बड़ा ही मुश्किल हैं। अब केवल Rajasthan Staff Selection Board को ही रीट भर्ती के बाद होने वाली सभी परीक्षाओं की जिम्मेदारी दी जा सकती है l
- इस मामले को लेकर जल्द ही उच्च स्तरीय समिति की बैठक भी होगी जिसमें एजेंसी का निर्धारण किया जाएगा। फिर सभी को ही पता चल जाएगा कि , अब अगली परीक्षाएं किस एजेंसी के माध्यम से करवाई जाएंगी।
पिछले दो दशकों (2003-2022) में कब कौनसा रहा पैटर्न
वर्ष 2003 में भाजपा सत्ता में आई तो शिक्षक भर्ती का जिम्मा जिला परिषदों से लेकर आरपीएससी को दिया गया। आरपीएससी ने पहली बार वर्ष 2004 में तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती कराई। लगभग 35 हजार पदों के लिए इस परीक्षा का आयोजन हुआ। इसके बाद वर्ष 2006 में फिर 30 हजार पदों के लिए इसी पैटर्न के जरिए भर्ती कराई गई।
वर्ष 2008 में कांग्रेस सत्ता में आ गई। वर्ष 2009 में निशुल्क अनिवार्य शिक्षा का अधिकार अधिनियम प्रभावी होने के कारण शिक्षक भर्ती से पहले 2011 में शिक्षक पात्रता परीक्षा (आरटेट) हुई। वर्ष 2012 में भर्ती परीक्षा का जिम्मा आरपीएससी से लेकर जिला परिषदों को दिया गया। इस भर्ती में आरटेट के 20 प्रतिशत अंक लिखित परीक्षा के अंकों में जोड़कर जिला स्तर पर मेरिट बनाई गई। वर्ष 2013 में 20 हजार पदों के लिए कराई गई। जिम्मेदारी भी जिला परिषदों को दी गई।
वर्ष 2016 में भाजपा ने भर्ती का पैटर्न बदल दिया। आरटेट को खत्म कर रीट के माध्यम से भर्ती हुई। इसमें 70 प्रतिशत रीट परीक्षा व 30 प्रतिशत स्नातक के अंकों का वैटेज जोड़ा गया।
हाल में भर्ती का फिर से नया पैटर्न तैयार किया गया। स्नातक के अंकों का वैटेज कम करने की घोषणा हुई।
वर्ष 2022 में रीट द्वितीय लेवल की परीक्षा को रद्द कर दो परीक्षाएं कराने की घोषणा हुई।